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क्या होता है ब्लैक फंगस के लक्षण और इलाज ?

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क्या होता है ब्लैक फंगस के लक्षण और इलाज ?

ब्लैक फंगस (Black Fungus) एक जीवाणु असाधारण रूप से भारत में COVID-19 मरीजों में देखा जाने वाला रोग है। यह मुख्य रूप से वे लोगों को प्रभावित करता है जिन्हें COVID-19 का इलाज करने के लिए उच्च खुराक कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स और अन्य जीवाणु-नाशक दवाएं दी गई हैं।

यह एक अत्यंत गंभीर स्थिति है जो असमान्य स्तर के शरीरिक दर्द, आंतरिक और बाह्य जलन, गांठों के उत्थान, अंधापन, अस्थायी और स्थायी नकसीर आदि के कारण होती है।

इस बीमारी का कारण मुख्य रूप से जीवाणु होते हैं जो वातावरण से या शरीर में मौजूद जीवाणुओं के बढ़ते प्रमाण के कारण होते हैं। यह बीमारी बहुत ही गंभीर होती है और इसके इलाज के लिए तुरंत चिकित्सा ध्यान देना बहुत जरूरी है।

ब्लैक फंगस के लक्षण और इलाज के बारे में जाने –

2019 के अंत में दुनिया में एक बीमारी ने जन्म लिया जिसका नाम कोविड-19 है। यह बीमारी इतनी तेजी से फैलती है कि एक व्यक्ति की जान भी ले सकती है। पूरा विश्व अभी भी कोरोना महामारी से लड़ाई लड़ रहा है और पूरे तरीके से भगाने की कोशिशों में जुटा हुआ है। यह महामारी की रफताड़ थोड़ी कम क्या होती है इससे नई बीमारियां जन्म लेने लगती है। ऐसी ही एक बीमारी है ब्लैक फंगस जिसके लक्षण जल्दी नजर नहीं आते है। 

कोरोना वायरस की तरह Black Fungus का भी अपना इतिहास है। यह बीमारी कई साल पहले भी फैल चुकी थी और कोरोना वायरस के दूसरी लहर में दूबारा इसने आपना प्रभाव दिखाया था।

यह म्यूकर संक्रमण है जो कोरोना की तरह कम्युनिकेबल डिजीज यानी फैलनेवाली बीमारी नहीं है। आज के आपने इस लेख में हम ब्लैक फंगस के लक्षण और आयुर्वेदिक उपाय से सम्बंधित कुछ मह्त्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में बात करेंगे।   

(और पढ़े – दिल को स्वस्थ रखने के सरल उपाय)

क्या होता है ब्लैक फंगस? – Black Fungus in Hindi

ब्लैक फंगस एक प्रकार की बीमारी है जो बैक्टीरिया और वायरस से नहीं फैलती है। फिर सवाल आता है की आखिर ब्लैक फंगस क्या होता है? (what is Black Fungus in Hindi) यह बीमारी एक विशेष प्रकार के फंगस के द्वारा फैलती है। इसे फंगस को म्यूकर माईकोसिस (Mucormycosis) के नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्रकार का दुर्लभ इंफेक्शन है लेकिन काफी खतरनाक है। 

Black Fungus एक प्रकार का इंफेक्शन है जो तेजी से नाक, आंख, दिमाग व साइनस में फैलता है। यह म्यूकोर्मिसेट्स के रूप में जाने वाले मोल्डों के समूह के कारण होता है। यह फंगस पहले से ही वातावरण में मौजूद है, लेकिन कमजोर इम्यून सिस्टम के चलते यह लोगों को अपना शिकार बना लेता है।

ब्लैक फंगस के लक्षण- Black Fungus ke Lakshan 

इन निम्नलिखित में ब्लैक फंगस के लक्षण शामिल हैं-

  • चेहरे में सूजन,
  • सिरदर्द में दर्द रहना
  • आंख में सूजन
  • नाक बंद होना
  • उल्टी आना
  • बुखार आना, 
  • साइनस कंजेशन, 
  • चेस्ट पेन होना, 
  • मुंह के ऊपर वाले हिस्से या नाक में काले घाव होना, 
  • किसी व्यक्ति के नाक से खून बहना या फिर काले रंग का कुछ निकल रहा हो या फिर पपड़ी जमना
  • चेहरे का एक तरफ से सूज जाना
  • सीने में दर्द होना

इसमें चेहरे का एक ओर सुन्‍न होना Mucormycosis के कुछ प्रमुख लक्षणों में आते हैं। ब्लैक फंगस के लक्षण शरीर के प्रभावित हिस्सों पर निर्भर करता है।

किसे ब्लैक फंगस से हो सकता है खतरा- Kise Black Fungus Se Ho Sakta Hai Khatra

इसके संक्रमण से बहुत से लोग चपेट में आ सकते है। फंगस जब ब्लैक पिगमेंट प्रोड्यूस करता है तो उसे ब्लैक फंगस/ब्लैक फंगल कहा जाता है। यह फंगस वातावरण में मौजूद रहता है, खासकर मिट्टी में इसकी मौजूदगी ज्यादा होती है। इन निम्नलिखित में जानेगे की किन लोगों को ब्लैक फंगस से खतरा हो सकता हैं- 

  • जिन मरीजों को शुरुआत में ही स्टेरॉइड्स लेता हो, उनमें ब्लैक फंगस का संक्रमण हो सकता है।
  • स्टेरॉइड्स की बहुत ज्यादा डोज से भी मरीज को ब्लैक फंगस होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे लोगों के खून में मिठास की मात्रा बढ़ जाती है जो हाई ब्लड शुगर के रूप में सामने आता है।
  • अगर लंबे समय तक स्टेरॉइड्स लेने पर भी लोग Black Fungus की चपेट में आ सकते हैं।
  • डाइबिटीज मरीज जिनका कैंसर का इलाज हो रहा है।
  • या फिर ट्रांसप्लांट करवाने वालों को पर भी ब्लैक फंगस से संक्रमित होने का खतरा रहता है। 

ऐसे लोगों को कुछ दवाइयां भी बहुत सावधानी से लेनी चाहिए ताकि वो भी फंगल इन्फेक्शन का कारण बन सकती हैं क्योंकि ये दवाइयां इम्यूनिटी सिस्टम को कमजोर करती हैं।

ब्लैक फंगस का घरेलु इलाज – Black Fungus ka Ilaj 

इस बीमारी को जितनी जल्दी पहचानेंगे इसका इलाज उतना ही सफल होगा। एलोपेथी में इसका इलाज काफी मंहगा है जिसके कारण हर कोई इसे अफोर्ड नहीं कर सकता है। ऐसे में ब्लैक फंगस का घरेलु उपाय लोगों के लिए आशा की किरण बनकर सामने आया है। जहां बिना किसी के ऑपरेशन के इन मरीजों को ठीक किया जाता है। यहां तक की ब्लैक फंगल के चलते खराब हुई आंखें और जबड़े भी ठीक हो रहे हैं। इनमें ब्लैक फंगस का आयुर्वेदिक इलाज शामिल हैं-

ब्लैक फंगस में गिलोय कारगर- Giloy effective in black fungus

आयुर्वेद गिलोय को कई सारी समस्याओं को दूर करने के लिए एक जड़ी-बूटी के रूप में इस्तेमाल करता है। ब्लैक फंगस का घरेलू इलाज करने में गिलोय काफी लाभकारी साबित होता है। ब्लैक फंगल के मरीज को हर रोज गिलोय के एक या दो पत्तों को साफ कर उसका सेवन कराया जाए तो इससे काफी आराम मिलता है।

ब्लैक फंगस में तुलसी, शहद और अदरक से होगा लाभ- Black fungus in Hindi

आयुर्वेद तुलसी, शहद, अदरक इन तीनों का ही इस्तेमाल कई सारी रोगों को भगाने में करता है। इन तीनों में कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। तुलसी, शहद, अदरक का पेस्ट बनाकर चाटने से इम्यूनिटी बढ़ती है और साथ ही ब्लैक फंगस का घरेलू इलाज हो जाता है।

ब्लैक फंगस में त्रिफला और हल्दी बेमिसाल- Triphala-Turmeric in Black Fungus

ब्लैक फंगस के संक्रमण से बचने या फिर छुटकारा पाने के लिए त्रिफला और हल्दी उबालकर कुल्ला करने से काफी लाभ मिल सकता है। इसके साथ ही फलत्रिकादी काढ़े के सेवन से भी काफी आराम मिल सकता है।

ब्लैक फंगस में आंवला, एलोवेरा, गिलोय, नीम और तुलसी का काढ़ा कमाल-  Black fungus in Hindi

ब्लैक फंगस के संक्रमण से बचने के लिए आंवला, एलोवेरा, गिलोय, नीम और तुलसी का काढ़ा काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके लिए एक सूखा आंवला, एलोवेरा जेल, गिलोय की पत्ते, कुछ नीम के पत्ते और तुलसी के पत्तों को एक साथ ग्राइंड कर लें और इसे छानकर सुबह खाली पेट सेवन करने से काफी लाभ मिलता है। इससे आपकी इम्युनिटी बूस्ट होगी और साथ ही ब्लड शुगर लेवल और ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है।

ब्लैक फंगस में फिटकरी, सेंधा नमक और हल्दी का इस्तेमाल-  Black fungus in Hindi

ब्लैक फंगस में फिटकरी, सेंधा नमक और हल्दी के सेवन से दूर नहीं होगा लेकिन ये हाइजीन का काम कर सकता है और इससे इंफेक्शन की संभावना कम हो जाती है। इससे बाकी दूसरे बैक्टीरिया की एंट्री होने से बचा जा सकता है।

ब्लैक फंगस में बचाव- Black Fungus in Hindi
  • शुगर को कंट्रोल रखें।
  • अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद भी ब्लड शुगर लेवल की जांच करते रहें। 
  • स्टेरॉयड्स को ध्यान से लें।
  • एंटीबायोटिक्स और एंटीफंगल दवाइयों को सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिए।
  • ब्लैक फंगस से बचने के लिए डॉक्टर प्रदूषण भरे वातावरण से दूर रहने की सलाह देते हैं। 
  • बेवजह स्टेरॉयड ना लें।

(और पढ़े – थायरॉइड क्या है? थायरॉइड का आयुर्वेदिक उपचार)

इस लेख की जानकारी पर सलाह लेने के बाद ही अमल करें। और Black Fungus से बचने के लिए सही सेवन और उसकी उचित मात्रा जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।


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