महिलाओं के सिर दर्द के कारण और उपाय | सिर दर्द क्यों होता है?
महिलाओं के सिर दर्द के कारण | सिर दर्द का घरेलू इलाज
सिर दर्द एक ऐसी समस्या है जो हर किसी को अपने जीवन के किसी न किसी पड़ाव पर जरूर होता है। वैसे तो यह समस्या बहुत साधारण है लेकिन कई बार इसकी तीव्रता इतनी ज्यादा होती है कि वह बर्दाश्त के बाहर हो जाता है। एक व्यक्ति जब इस पीड़ा को सह नहीं पाता है तो वह बेचैनी में पेनकिलर जैसी दवाइयों का सहारा लेते हैं लेकिन लम्बे समय तक ऐसी दवाइयों का सेवन करना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए लगातार होने वाले सिर दर्द के लिए आप डॉक्टर से सलाह लें। इस ब्लॉग के माध्यम से आप जानेंगे सिर दर्द क्या है? महिलाओं के सिर दर्द के कारण, सिर दर्द का घरेलू इलाज, और सिर दर्द क्यों होता है?
सिर दर्द क्या है?
सिर दर्द क्या है इस बात को समझने के लिए पहले यह जानना होगा सिर दर्द की समस्या बहुत आम है जो कई कारणों से हो सकता है कई बार मौसम में होने वाले बदलाव के कारण तो कई बार तनाव के कारण या फिर किसी अन्य बीमारी के कारण। कारण चाहे जो भी हों सिर का दर्द ऐसा होता है जैसे आपके सिर को किसी ने जकड़ लिया हो और एक ही जगह पर बार बार यह दर्द धड़कता हुआ महसूस होता है। सिर दर्द केवल सिर तक सिमित नहीं रहता है बल्कि यह आपके गर्दन, कंधे, चेहरे, आँखों तक में फ़ैल सकता है। सिर दर्द लगातार किसी प्रेशर जैसा महसूस होने वाला दर्द है। सिर दर्द जब लगातार होने लगता है तो यह आपकी दिनचर्या को भी प्रभावित करता है।
सिर दर्द के प्रकार
सिर दर्द के कई प्रकार होते हैं लेकिन इनके आधार अलग अलग हो सकते हैं जैसे की आवृति के आधार पर, तीव्रता के आधार पर, दर्द की जगह के आधार पर।
प्राथमिक सिरदर्द : जब आपके सिर दर्द का कोई अन्तर्निहित कारण नहीं होता है और सिर दर्द खुद ही एक कारण होता है तो उसे प्राथमिक सिर दर्द कहते हैं। ज्यादातर मामलों में यह दर्द हानिकारक नहीं होते हैं लेकिन इसका दर्द हद से ज्यादा होने पर सहन करना मुश्किल हो जाता है। यह आपकी मांसपेशियों, नसों को प्रभावित कर (सिर की नसों में दर्द होना) करके उसमे दर्द उत्पन्न करा सकती है। प्राथमिक सिरदर्द कभी कभी पीरिऑडिक तो कभी परसिस्टेंट हो सकता है।
पीरिऑडिक सिरदर्द: यह सिरदर्द आधे घंटे से लेकर 3-4 घंटों तक लगातार भी हो सकता है। यह दर्द रुक रुककर होता रहता है लेकिन एक महीने में कभी भी 15 दिनों से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
परसिस्टेंट सिरदर्द : यह दर्द एक महीने में 15 दिनों से ज्यादा लम्बा भी चल सकता है। यह लगातार होने वाला सिरदर्द है जिसका प्रबंधन बहुत जरुरी है।
प्राथमिक सिरदर्द के प्रकार
1. तनाव से होने वाला सिरदर्द: आपके सिर में महसूस होने वाला सुस्ती और दर्द को तनाव से उत्पन्न होने वाला सिरदर्द का लक्षण माना जा सकता है। इस प्रकार के दर्द में आपके सिर से लेकर गर्दन, स्काल्प तक की मांसपेशियों में जलन व दर्द महसूस हो सकता है।
2. क्लस्टर सिरदर्द: समूहों में होने के कारण इसे क्लस्टर सिरदर्द कहा जाता है। अक्सर ये दर्द पुरे दिन में 2 से 3 बार तक हो जाता है और यह सिलसिला 3 महीनों तक चल सकता है। क्लस्टर सिरदर्द पुरुषों में ज्यादा पाया जाता है। यह दर्द कई बार इतना तीव्र होता है कि इंसान अचानक नींद से जाग भी सकता है। एक बार शुरू होने पर सिरदर्द कम से कम 15 मिनट और ज्यादा से ज्यादा 3 घंटों तक रहता है। कभी कभी ऐसा भी होता है कि कई महीनों तक आपको कोई दर्द महसूस ही न हो जिसकी वजह से यह भ्रम हो जाता है कि आपकी स्थिति में सुधार है लेकिन फिर अचानक से किसी दिन दर्द शुरू हो जाता है।
क्लस्टर सिरदर्द के लक्षण: क्लस्टर सिरदर्द के मामले में दर्द, आँखों में जलन और चुभन भी हो सकता है। यह दर्द सिर के किसी भी भाग में हो सकता है और सिर के साथ यह आपके चेहरे की मांसपेशियों और आँखों में भी हो सकता है। जब भी सिरदर्द होता है तो साथ में नाक बंद होना और आँखों से पानी आना भी इसके लक्षणों में शामिल है। आपके सिर के जिस हिस्से में दर्द हो रहा है वहां से पसीना आना, सूजन होना या लाल निशान होना भी शामिल है।
3. माइग्रेन: माइग्रेन के कारण होने वाले सिरदर्द की अवधि 4 घंटे से लेकर 72 घंटों तक हो सकती है। इस प्रकार का दर्द कई बार इतना तीव्र होता है कि यह आपके रोजमर्रा के कार्यों को प्रभावित कर सकता है। माइग्रेन का दर्द धड़कता हुआ सा महसूस होता है।
माइग्रेन सिरदर्द के लक्षण: साउंड, लाइट्स, कुछ खास महक के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है। उल्टी, मतली, तेज बेचैनी जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। आपको अपनी आँखों के सामने सबकुछ ब्लर दिख सकता है।
4. नया सिरदर्द: इस प्रकार के सिरदर्द का कोई स्पष्ट कारण नहीं होता है। यह दर्द लगातार होता है और इसका कोई कारगर उपचार संभव नहीं है लेकिन इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है।
माध्यमिक सिरदर्द (secondary headache)
माध्यमिक सिरदर्द में किसी अन्य बीमारी के लक्षणों के परिणामस्वरूप आपके सिर में दर्द शुरू होता है। ज्यादातर लोगों को प्राथमिक सिरदर्द की ही समस्या होती है क्यूंकि उसकी तुलना में माध्यमिक सिरदर्द के मामले कम होते हैं। लेकिन यह दर्द कई बार गंभीर बिमारियों के कारण होता है और इसलिए यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। इस दर्द से निम्न बिमारियों का अंदेशा लगाया जा सकता है:
- ब्रेन ट्यूमर
- ब्रेन या गर्दन पर लगने वाली चोट
- एन्युरिज्म
- मेनिन्जाइटिस
माध्यमिक सिरदर्द के प्रकार :
1. कैफीन के कारण : कैफीन का अत्यधिक सेवन माइग्रेन के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है क्यूंकि यह शरीर के अंदर रक्त के प्रवाह को प्रभावित करता है, जिसकी वजह से सिरदर्द होता है। जो लोग नियमित रूप से एक निश्चित मात्रा में चाय या कॉफी पीते हैं उन्हें उसकी आदत हो जाती है और मष्तिष्क भी उसी के अनुसार रासायनिक क्रिया करने का आदि हो जाता है और ऐसा न करने पर आपके सिर में दर्द हो सकता है।
2. साइनस सिरदर्द: साइनस वाले सिरदर्द में आपके सिर का आगे का हिस्सा तथा अन्य हिस्से जो साइनस से प्रभावित हैं उनमे दर्द होता है। कई बार एलेर्जी भी सिरदर्द का कारण बन जाता है।
3. थकान से सिरदर्द: जब भी बहुत ज्यादा व्यायाम करते हैं, रनिंग करते हैं या भारी वजन उठाते हैं तो, सेक्स करते हैं या कोई भी ऐसी गतिविधि जिसमे बहुत ज्यादा एनर्जी लगती है, ऐसे कार्यों को करने से आपके सिर में दर्द हो सकता है। लेकिन ऐसे दर्द बस कुछ मिनटों या घंटों के लिए होता है जो अपने आप ही ठीक भी हो जाता है।
4. मासिक धर्म सम्बन्धी सिरदर्द : पीरियड्स के दौरान महिलाओं के शरीर में बहुत सारे बदलाव होते हैं उन्ही में से उनके होर्मोनेस का असंतुलन भी एक है जिसकी वजह से सिरदर्द होता है।
5. हाई ब्लड प्रेशर से सिरदर्द: अगर किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर बहुत हाई है तो उनके सिर में दर्द हो सकता है जो किसी जोखिम का संकेत भी हो सकता है। इस स्थिति को अवॉयड करने के लिए आप कुछ संकेतों पर ध्यान दे सकते हैं और ऐसे लक्षणों के दीखते ही विशेषज्ञ से संपर्क करें:
- नाक से खून आना
- आँखों की रौशनी कम होना
- साँस फूलना
- झुनझुनी
- चेस्ट पेन
महिलाओं के सिर दर्द के कारण
सिरदर्द के कई कारण हो सकते हैं जिसमे से कुछ इस प्रकार हैं :
- दवाइयां
- स्ट्रेस
- अर्थराइटिस
- हार्मोनल असंतुलन
- नाक, कान और गले में कोई भी बीमारी
- आँखों में किसी प्रकार की समस्या या विकार
- पानी की कमी
- मसल्स स्ट्रेस
- डाइट में बदलाव
- बहुत तेज आवाज
- मौसम में बदलाव
- मैनिंजाइटिस
- हैंगओवर
क्यों होता है बार-बार सिर में दर्द?
अक्सर सिरदर्द की समस्या होने पर इंसान दवाइयों का प्रयोग करके उसे कम करने की कोशिश करता है लेकिन इससे दर्द बस कुछ समय के लिए ठीक होता है। जैसे ही दवाओं का असर कम होता है आपके सिर का दर्द फिर से शुरू हो सकता है। यह दर्द वापस न हो इसलिए आपको यह जानना जरुरी है कि आपके शरीर में किसी चीज की कमी तो नहीं है। बार बार सिरदर्द निम्न कारणों से हो सकता है:
- जब आपके शरीर में विटामिन बी 2 की कमी होती है तो सिरदर्द बार बार होता है। माइग्रेन की वजह से होने वाले सिरदर्द के लिए विटामिन बी 2 जिम्मेदार होता है। अगर आपके शरीर में मिटोकॉंड्रियल मेटाबॉलिज्म की कमी हो जाती है तो सिरदर्द का खतरा हो सकता है जिससे निकलने में विटामिन बी 2 आपकी मदद करता है। इसकी कमी पूरी करने के लिए आप अपने आहार में दूध, लीन मिट, अंडे, हरी सब्जियां आदि शामिल कर सकते हैं।
- डिहाइड्रेशन: हर इंसान के शरीर में एक निश्चित मात्रा में पानी का होना बहुत जरुरी है। सबके शरीर की जरुरत अलग अलग हो सकती है लेकिन सामान्यतः एक व्यस्क को पुरे दिन में कम से कम 3-4 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए। पानी की कमी से डिहाइड्रेशन की समस्या होती है जिससे सिरदर्द शुरू होता है।
- विटामिन डी की कमी: विटामिन डी की कमी अक्सर लोग सूर्य के धुप से, सप्लीमेंट्स से या अपने आहार से पूरी करते हैं। लेकिन जब इन सारे स्त्रोतों से भी आपका शरीर पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी नहीं ले पाता है तो उसकी कमी से सिरदर्द की समस्या उत्पन्न होती है जो बार बार हो सकती है।
- मैग्निसियम की कमी: मैग्नीशियम आपके शरीर में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने का कार्य करता है साथ ही आपके मसल्स और वेन को भी नियंत्रित करने का कार्य यही करता है। मैग्नीशियम की कमी से सिरदर्द, शरीर में ऐंठन जैसी समस्या बार बार होती है। इसकी कमी पूरी करने के लिए आप अपने आहार में दूध, दही, मेवे, हरी पत्तेदार सब्जी, आदि शामिल कर सकते हैं।
महिलाओं के सिर दर्द के घरेलू उपाय : Sir Dard ka ilaj
सिरदर्द एक सामान्य सी समस्या है जिसको घर पर भी कुछ औषधियों की मदद से नियंत्रित किया जा सकता है-
- सिर की मालिश: जब भी आपके सिर में दर्द हो कोशिश करें किसी से आप अपने सिर की अच्छी मालिश करवा लें। क्यूंकि मालिश से आपका ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है और आपको दर्द से राहत मिलता है। हेड मसाज के लिए आप बादाम, नारियल आदि जैसे तेलों का उपयोग कर सकते हैं।
- निम्बू पानी पियें: कभी कभी महिलाओ के सिरदर्द के कारण पेट में बनने वाला गैस या डिहाइड्रेशन भी हो सकता है इसलिए आप एक गिलास गुनगुना पानी लें और उसमे निम्बू मिलाकर पी जाएँ। इससे गैस से राहत मिलती है और आप चाहें तो इसे रोजाना सुबह खाली पेट भी पी सकते हैं। अगर आपको इस पानी को ऐसे पिने में दिक्कत होती है तो उसमे थोड़ा शहद मिला सकते हैं।
- नींद पूरी करें: जब भी आप बहुत ज्यादा मेन्टल या फिजिकल वर्क करते हैं तो शरीर में ऊर्जा कि कमी हो जाती है और आप थका हुआ महसूस करते हैं ऐसे समय में यदि आप सो जाएं तो थकान दूर हो जाएगी और सिरदर्द भी ठीक हो जायेगा।
- आप पुदीना या कैमोमाइल की चाय पी सकते हैं।
- रेगुलर व्यायाम करें।
- काम के बिच बिच में थोड़ा रेस्ट लें।
- एक्यूप्रेसर करवा सकते हैं।
- शराब के सेवन से परहेज करें।
- धूम्रपान से बचें
उम्मीद है की आपको ये ब्लॉग पोस्ट पसंद आया होगा और महिलाओं के सिर दर्द के कारण और घरेलु उपाय के बारे में अच्छे से जानकारी मिल गयी होगी। इन उपायों के प्रयास से आपको आराम नहीं मिलता है तो आप नजदीकी डॉ. से संपर्क करे।